आपका पैर पर पैर चढ़ाकर बैठना हो सकता है खतरनाक , जान लीजिये इसके नुक्सान


एक पैर पर दूसरा पैर रखके बैठना अच्छा भी लगता है और इसमें आपका स्वैग भी झलकता है, लेकिन बैठने की यह स्थिति आपके पैरों से लेकर कमर और हार्ट तक कई तरह की परेशानियां बढ़ा रही होती है.


कुछ लोग पैर को सीधे करके बैठते हैं तो कुछ लोग पैर के ऊपर पैर रखकर , घर हो या ऑफिस, लोग अक्सर कुर्सी या सोफे पर बैठना पसंद करते हैं क्योंकि इन पर बैठना काफी आरामदायक होता है.

हालांकि महिलाओं के मामले में यह बात कुछ अलग हो जाती है, क्योंकि कुछ खास पहनावों के साथ अपने कंफर्ट को ध्यान में रखते हुए इन्हें इस पोजिशन में बैठना आरामदायक लगता है. बात सिर्फ आपके आराम तक सीमित नहीं है. बल्कि सेहत से जुड़ी है…

पैर पर पैर करके बैठने से होने वाली समस्याएं :-

1. स्केलेटन का मिसअलाइंमेंट

क्रॉस-लेग्ड बैठने से शरीर के दाएं और बाएं हिस्से के बीच मांसपेशियों में असंतुलन हो सकता है जिससे कमजोरी, जकड़न और पैरों के गठन से स्कोलियोसिस की संभावना बढ़ने को न्योता दे रहे है

ऐसे बैठने से गर्दन की हड्डी में परिवर्तन हो सकता है जो आगे चलकर गर्दन और lower back के निचले हिस्से को भी प्रभावित कर सकता है


अधिकांश रिसर्च से पता चलता है कि घुटनों को क्रॉस करने बैठना ज्यादा खतरनाक है. दरअसल, इस तरह से बैठने से नसों में खून का जमाव होने लगता है और इससे ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है. अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो आपको अपने पैर जमीन पर टिकाकर बैठना चाहिए. आप जितनी देर लेग क्रॉसिंग करके बैठेंगे,… उतना ही नुकसान कर रहे है।

2. स्पर्म प्रोडक्शन में आती सकती है कमी

रिसर्च में पाया गया है कि एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर बैठने से पुरुष के स्पर्म काउंट पर असर पड़ सकता है. नॉर्मल बैठने पर अंडकोष का तापमान पहले से ही दबाव पड़ने पर बढ़जाता है और जब कोई क्रॉस लेग पोजिशन में बैठता है तो यह 3.5C (38.3F) और बढ़ जाता है. 

तापमान में वृद्धि शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता दोनों को कम कर सकती है, पुरुषों और महिलाओं की शारीरिक बनावट में अंतर के कारण, महिलाओं के लिए क्रॉस-लेग्ड बैठना शायद बहुत आसान है क्योंकि पुरुषों के हिप्स ज्वाइंट महिलाओं के हिप्स ज्वाइंट की अपेक्षा कठोर होते हैं.”

3. हो सकती है ब्लड क्लॉटिंग की समस्या

ज्यादा देर बैठे रहने से शरीर के निचले अंगों की रक्त वाहिकाओं में दबाव आता है और वह दबाव नसों के माध्यम से खून की गति को धीमा कर देता है जिससे खून के थक्के बन जाते हैं. … खून के थक्के गाढ़े पदार्थ जैसे दिखते हैं और वे तब बनते हैं जब खून लिक्विड से ठोस रूप में बदल जाता है. 

पैर पर पैर रखकर लंबे समय तक बैठने की आदत से कूल्हों के मिसलिग्न्मेंट में वृद्धि हो सकती है. यानी दोनों एक समान नहीं होते. इससे ब्लड सर्कुलेशन में भी बदलाव आता है और जीससे व्यक्ति को ब्लड क्लॉटिंग की समस्या हो सकती है. तीन घंटे से ज्यादा समय तक इस तरह बैठने से लोगों में आगे झुक कर चलने की संभावना बढ़ जाती है. 

4. वेरिकोज वेन्स 

लंबे समय तक पैर पर पैर रखकर बैठने की आदत आपको वेरिकोज वेन्स की समस्या भी दे सकती है. नाम सुन ने में ही अजीब लग रहा है हालांकि कुछ लोगों में वेरिकोज वेन्स सिर्फ एक कॉस्मेटिक समस्या हो सकती है. यानी ये सिर्फ देखने में भद्दी लगती है,


लेकिन यह कोई और परेशानी नहीं देती शरीर को . जबकि कुछ लोगों में तेज दर्द और चलने में परेशानी का कारण बन सकती है. तो कुछ लोगों में ब्लड सर्कुलेशन संबंधी समस्या की वजह भी हो सकती है.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये दावों को केवल सुझाव के रूप में लें , किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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